मीरजापुर जनपद में चुनार चीनी मिट्टी के खिलौनों, बर्तनों तथा ऐतिहासिक धरोहर चुनार किला के लिए विश्व विख्यात हैI यह महाविद्यालय चुनार के पश्चिमी छोर से लगे चुनार घाट से 4 कि.मी. की दूरी पर सीखड़ ब्लॉक के मगरहाँ ग्राम में वाराणसी- चुनारघाट- कछवाँ रोड पर स्थित हैI इसकी वाराणसी नगर से दूरी लगभग 35 कि.मी. है निकटस्थ रेलवे स्टेशन चुनार 8 कि.मी. की दूरी पर स्थित हैI
क्षेत्रीय आवश्यकताओं एवं जन आकांक्षाओं को मूर्त स्वरुप प्रदान करने के लिए तत्कालीन उच्च शिक्षा मंत्री माननीय ओम प्रकाश सिंह जी ने अपनी भूमि नि:शुल्क प्रदान कर महाविद्यालय की स्थापना शासनादेश संख्या, शिक्षा मंत्री- 195/ सत्तर- 5- 2001- 40(27)/2000 दिनांक 24 जुलाई 2001 द्वारा कराईI महामहिम कुलाधिपति महोदय ने उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम 1973 की धारा 37(2) के अधीन पत्र संख्या ई0 स0 1133/जी0 एस0 लखनऊ दिनांक- 20.07.2001 द्वारा स्नातक स्तर पर 09 विषयों- हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, भूगोल, मनोविज्ञान, गृहविज्ञान, इतिहास, अर्थशास्त्र एवं समाजशास्त्र विषयों में महाविद्यालय में अध्ययन प्रारंभ करने की अनुमति प्रदान की गई तथा पत्र संख्या ई0/ स0/913/जी0एस0 दिनांक- 29मई 2002 के द्वारा स्नातक स्तर पर कला संकाय में राजनीतिशास्त्र विषय में भी स्वीकृति प्रदान की गई I वर्ष 2013 में संगीत (गायन) व संस्कृत विषय में भी महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी द्वारा अध्ययन की सुविधा प्रदान कर दी गई I शारीरिक शिक्षा एक विषय के रूप में जुलाई 2017 से आरंभ हो चुका है वाराणसी- चुनारघाट- कछवाँ रोड पर स्थित इस महाविद्यालय के भवन का लोकार्पण 15 दिसंबर 2002 को माननीय श्री ओमप्रकाश सिंह जी मंत्री उच्च शिक्षा एवं सिंचाई के कर कमलों द्वारा संपन्न हुआI
इस महाविद्यालय की स्थापना का श्रेय तत्कालीन उच्च शिक्षा मंत्री माननीय श्री ओम प्रकाश सिंह जी को हैI महाविद्यालय महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी से सम्बद्ध है तथा वाणिज्य, विज्ञान एवं कला विषयों में प्रवेश की अनुमति विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की गई हैI सत्र 2006 -07 से हिंदी, समाजशास्त्र, गृहविज्ञान, राजनीति विज्ञान तथा इतिहास विषय में स्नातकोत्तर की कक्षाएं संचालित हो रही हैI सत्र 2007- 08 से विज्ञान संकाय (जीव विज्ञान एवं गणित वर्ग) की कक्षाएं भी संचालित हो रही है I वर्ष 2017 से स्नातकोत्तर विज्ञान संकाय में भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, वह गणित की कक्षाएं संचालित हो रही हैI राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के योजनान्तरगत रसायन विज्ञान प्रयोगशाला कक्ष का निर्माण हो चुका हैI
प्रो० मृणालिनी सिंह
प्राचार्या